नई नई पोशाक बदलकर मौसम आते जाते हैं
फूल कहाँ जाते हैं जब भी जाते हैं लौट आते हैं
चलती फिरती धूप छाँव से चेहरा बाद में बनता है
पहले पहले सभी ख्यालों से तस्वीर बनाते हैं
शायद कुछ दिन और लगेंगे जख्मे दिल के भरने में
जो अक्सर याद आते थे वो कभी कभी याद आते हैं
फूल कहाँ जाते हैं जब भी जाते हैं लौट आते हैं
चलती फिरती धूप छाँव से चेहरा बाद में बनता है
पहले पहले सभी ख्यालों से तस्वीर बनाते हैं
शायद कुछ दिन और लगेंगे जख्मे दिल के भरने में
जो अक्सर याद आते थे वो कभी कभी याद आते हैं
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